अब निकायों में भी विकास कार्यों के प्रस्ताव देंगे विधायक: मुख्यमंत्री योगी

- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में विधायकों के साथ की बैठक
- विकास कार्यों के शिलापट पर होंगे विधायकों के नाम: मुख्यमंत्री
- धार्मिक स्थलों के लिए भी विधायकों से मांगे गये प्रस्ताव
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायकों को निर्देश दिये कि आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर अभी से क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाने के निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नगर निकायों में भी अब विधायक विकास संबंधी प्रस्तावों को दे सकेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक दिवसीय दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने सहारनपुर और मेरठ में विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इसके बाद उन्होंने मेरठ में मेरठ मंडल के जन प्रतिनिधियों, खासकर विधायकों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होेंने विधायकों से लोक निर्माण विभाग से संबंधित भेजे गये प्रस्तावों पर प्राथमिकता के अनुसार कार्य पूछे कि कौन सा काम पहले करना आवश्यक है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बैठक में स्पष्ट किया कि अब विधायक नगर निकायों जैसे नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों को भी प्रस्ताव देंगे। विधायकों के प्रस्ताव प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृत किये जायेंगे। इससे विधायकों की उपेक्षा का सवाल स्वत: ही समाप्त हो जायेगा।
मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही यह निर्देश भी दिये कि नगर निकाय जो विकास कार्य करवायेंगे उसमें शिलापट पर विधायकों के नाम अंकित होंगे, जिस निकाय की शिकायत मिलेगी कि उन्होंने विधायकों के नाम नहीं लिखे ऐसी निकायों के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके साथ ही विधायकोें से कहा कि धार्मिक स्थलों तक पहुंच के रास्तोें समेत विकास के अन्य प्रस्ताव भी वे शीघ्र भेजें जिससे कार्यों को मंजूरी प्रदान कर कार्य शुरू हो सकें।
बैठक में गाजियाबाद के सांसद अतुल गर्ग, बागपत सांसद राजकुमार सांगवान, कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा, विधायक अजीत पाल त्यागी, नंद किशोर गुर्जर, डा. मंजू शिवाच, संजीव शर्मा, धर्मेश तोमर, विधान परिषद सदस्य दिनेश कुमार गोयल समेत मेरठ मंडल के कुछ जन प्रतिनिधियों को छोड़कर सभी जन प्रतिनिधि उपस्थित थे।