“वानुअतु”एक ऐसा देश जिसने ललित मोदी की नागरिकता रद्द कर दी

- The City Talk विशेष रिपोर्ट
- 📍 हेडलाइन: वानुअतु ने रद्द की ललित मोदी की नागरिकता, क्या खत्म हो रही है भगोड़े की पनाह?
- –पूरी खबर:
भारतीय उद्योगपति और आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी को बड़ा झटका लगा है। दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित द्वीपीय देश वानुअतु (Vanuatu) ने उनकी नागरिकता रद्द कर दी है। ये वही देश है जहाँ मोदी ने भारत से भागने के बाद नागरिकता ली थी।
अब सवाल उठता है — वानुअतु ने यह कदम क्यों उठाया?
🌍 वानुअतु: एक नजर में
यह देश प्रशांत महासागर में ऑस्ट्रेलिया के उत्तर-पूर्व में स्थित है।
इसकी नागरिकता स्कीम को “गोल्डन पासपोर्ट” योजना कहा जाता है, जिसके तहत विदेशी लोग बड़ी राशि देकर नागरिकता खरीद सकते हैं।
चीन, रूस और मध्य एशिया से लेकर भारत तक के कई हाई-प्रोफाइल लोग इसका इस्तेमाल कर चुके हैं।
-❗ क्यों रद्द की गई ललित मोदी की नागरिकता?
1. अंतरराष्ट्रीय दबाव और जांच:
वानुअतु की नागरिकता स्कीम को लेकर यूएन, ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय संघ की तरफ से काफ़ी दबाव रहा है। कई बार यह आरोप लगे कि इस स्कीम के तहत आपराधिक या संदिग्ध पृष्ठभूमि वाले लोगों को नागरिकता मिल रही है।
2. ललित मोदी का विवादास्पद इतिहास:
भारत में उन पर धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग, और भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोप हैं।
वह 2010 से भारत से बाहर हैं और ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने उन्हें बार-बार समन भेजा लेकिन वह कभी पेश नहीं हुए।
3. कानूनी समीक्षा:
वानुअतु की सरकार ने बीते कुछ महीनों में अपनी “गोल्डन पासपोर्ट” नीति की समीक्षा की और कई नागरिकताओं को रद्द किया गया — जिनमें ललित मोदी का नाम भी शामिल था।
-🚨 अब आगे क्या?
वानुअतु की नागरिकता रद्द होने के बाद ललित मोदी की स्थिति बेहद जटिल हो गई है।
अगर उनके पास कोई और वैध नागरिकता नहीं है, तो वे “Stateless” यानी बिना देश के नागरिक बन सकते हैं।
इससे भारत सरकार के लिए उन्हें वापस लाना आसान हो सकता है।
निष्कर्ष:
यह घटनाक्रम दिखाता है कि दुनियाभर में अब भगोड़ों और संदिग्ध धनकुबेरों के खिलाफ शिकंजा कसता जा रहा है।
ललित मोदी जैसे लोग जो पैसे के दम पर नागरिकता खरीदते थे, अब वैधता की कसौटी पर फेल हो रहे हैं।
The City Talk इस प्रकरण पर आगे भी पैनी नजर रखेगा।