Politics
भाजपा गठबंधन से उम्मीदवार हो सकते है बृजेश सिंह
सियासी हलचल: मऊ सीट पर बृजेश सिंह की दावेदारी
१. वर्तमान परिदृश्य
मऊ सदर विधानसभा सीट पर अब्बास अंसारी की सदस्यता रद्द हो चुकी है, जिससे उपचुनाव की तैयारी जोरों पर है ।
यह सीट लगभग तीन दशक से अंसारी परिवार का गढ़ रही है: माख़्तार अंसारी (1996–2024) और फिर उनके बेटे अब्बास (2022) ।
भाजपा को अब तक वास्तविक सफलता नहीं मिल पाई, लेकिन रामपुर और कुंदरकी के उपचुनाव जीतकर उसने रणनीति बदल दी है; अब मऊ में भी चुनौती दी जा रही है ।
२. बृजेश सिंह की एंट्री
SBSP प्रमुख व यूपी मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने फिर से संकेत दिए हैं कि बहुबल वाले नेता बृजेश सिंह मऊ सीट से NDA के टैग के तहत मैदान में उतर सकते हैं ।
राजभर ने खुलकर कहा, “हमारे संबंध बृजेश सिंह से पूरे देश में सबसे अच्छे हैं,” हालांकि उन्होंने अब तक टिकट की पुष्टि नहीं की ।
SBSP में चर्चा है कि टिकट देने के पीछे गठबंधन नीतियों और राजभर की निजी राजनीति हो सकती है ।
3. राजनीतिक संकेत
भाजपा और SBSP दोनों इस सीट को जीतने की रणनीति बना रहे हैं; BJP संगठन मज़बूत हो रहा है और SBSP राजभर की “जिद” पर अड़ा हुआ है ।
मऊ की सियासी प्रतिक्रिय में अब्बास अंसारी की पकड़ कमजोर मानी जा रही है, जिसके चलते या तो नया चेहरा लाना पड़ सकता है, या फिर अंसारी परिवार का फिर से चुनाव में लौटना ।
संभावित समीकरण
दल / व्यक्ति स्थिति संभावित प्रभाव
SBSP (ओपी राजभर) पूरी ताक़त से टिकट की मांग कर रहा बृजेश सिंह को उतारने की सम्भावना
BJP संगठन मजबूत कर रहा NDA उम्मीदवार चुन सकता है (SBSP या BJP)
अंसारी परिवार अब्बास की अयोग्यता, माख़्तार की मृत्यु के बाद असर कम पुन: चुनौती में
स्थानीय जनाधार मुस्लिम बहुल, लेकिन BJP को सके अधर पर पकड़ मिली चुनाव परिणाम में निर्णायक
—– संभावित प्रभाव
यदि बृजेश सिंह को SBSP से टिकट मिला, तो मऊ में नया डबल-प्लेर बनेगा: राजभर + बाहुबली का गठजोड़।
इससे BJP को या तो बीएसएसपी को समर्थन देना होगा या खुद मैदान में उतारना पड़ेगा।
मऊ सीट का उपचुनाव पूर्वांचल में सत्ता समीकरण और अगले विधानसभा चुनाव का टोन तय करेगा।
अगली चाल
SBSP–NDA भीतर अंतिम कैडिडेट घोषणा शायद अभी शेष है।
BJP संभवतः अपनी तरफ से भी उम्मीदवार उतारे, अगर SBSP विकल्प कमजोर दिखे।
चुनाव आयोग द्वारा तारीख की घोषणा के बाद ही पूरी तस्वीर सामने आएगी।
—यह थी मऊ सीट पर बृजेश सिंह की संभावित उम्मीदवारी को लेकर ‘द सिटी टॉक’ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट, जहां बैटल की शुरुआत हो चुकी है और हलके की राजनीति देखते ही बनती है।